Friday, August 2, 2019

जीवन समर

सत्य न्याय के तजुर्बे
सभी व्यर्थ कहलाएंगे
निजत्व की रक्षा हेतु, सामर्थ्य
केवल बल से परखे जाएंगे

स्मृति शेष विजयी के बस
याद किए ही जाएंगे
हारेंगे जो रण को
यादों से भी मिट जाएंगे

विपदा समय में धैर्य धरना
यह भी रण कौशल है
अधीर हुए जो एक बार
अश्रुधारा में बह जाएंगे

है समर यह जीवन सत्य मरण
समर का करते विजय वरण
जो हारे हुए हैं खुद से, सबसे,
वह कहां गौरवगाथा लिख पाएंगे

अनुपम चितकारा

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