Friday, September 8, 2017

नादान लड़की

नादान सी एक लड़की,
अब समझदार हो गई है,
हर बात पर करती थी कई सवाल,
सीख चुकी है अब खामोश रहना

समझती आज भी चीजें कल से बेहतर,
फिर भी शिकायतों से परहेज़ करती है,
नादान सी एक लड़की
अब समझदार हो गई है

अब किसी अपने के बदलने से टूटती नहीं है,
मुस्कुरा कर बदल लेती है अपना रुख,
नादान सी एक लड़की
अब समझदार हो गई है

कभी यक़ीन था उसको सबकी अच्छाई पर,
समझती है फ़र्क बेवजह तारीफों और खरी बातों का,
नादान सी एक लड़की,
अब समझदार हो गई है

और जब कोई पूछता है उससे ये बात
कि अब पहले सी क्यों नहीं रही तुम
तो बस इतना ही कह पाती है,
ज़िन्दगी जीने को कुछ बदलाव अच्छे होते है